1. परिचय
लोक कला रत्न पुरस्कार 2022: कलाकृति प्रस्तुत करने के लिए दिशानिर्देश :-
अंतर्राष्ट्रीय बाल कला प्रतियोगिता, युवा भारतीय लोक कलाकार 2021, और लोक कला रत्न पुरस्कार 2021 की सफल मेजबानी के बाद, अंतर्राष्ट्रीय भारतीय लोक कला गैलरी (IIFAG) ऑस्ट्रेलिया ने भारतीय लोक कलाओं और कलाकारों को पुनर्जीवित करने के लिए दुनिया भर में छिपी प्रतिभाशाली प्रतिभाओं को मंच देना जारी रखा है।
आई.आई.एफ.ए.जी.(IIFAG) विश्व के सर्वश्रेष्ठ भारतीय लोक कलाकारों के लिए लोक कला रत्न पुरस्कार 2022 के चयन के लिए आवेदन आमंत्रित करता है।
आई.आई.एफ.ए.जी.(IIFAG) सभी भारतीय लोक कलाकारों के लिए एक वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय स्तर की भारतीय लोक कला प्रतियोगिता और प्रदर्शनी है जो कि ऑस्ट्रेलिया द्वारा आयोजित की जाती है। अतः इसमें प्रत्येक वर्ष चयनित लोक कलाकारों को लोक कला रत्न पुरस्कार से नवाज़ा जाता है। यह प्रतियोगिता दुनिया भर के सभी नागरिकों के लिए पूर्ण रूप से खुली रहती है।
₹3,00,000 कुल पुरस्कार राशि :-
इस प्रतियोगिता में भारत के पाँच क्षेत्रों जैसे उत्तर, पूर्व, दक्षिण, पश्चिम और मध्य क्षेत्र की लोक कलाओं को शामिल किया गया हैं और इसी आधार पर इन्हें पाँच श्रेणियों में विभाजित किया गया है। इसमें से “भारतीय लोक कलाकार” किसी एक श्रेणी की कला में भाग ले सकते है। कृपया “प्रवेश और दिशानिर्देशों की शर्तें” में अनुमोदित भारतीय लोक कलाओं की सूची को पढ़े।
1.भारतीय लोक कला – पूर्वी क्षेत्र
2.भारतीय लोक कला – पश्चिमी क्षेत्र
3.भारतीय लोक कला – केंद्रीय(मध्यमी) क्षेत्र
4.भारतीय लोक कला – उत्तरी क्षेत्र
5.भारतीय लोक कला – दक्षिणी क्षेत्र
भारतीय लोक कला श्रेणियां :-
प्रत्येक कलाकार समूह से, इन पाँच श्रेणियों में से एक-एक विजेता का चयन किया जाएगा। इसके अलावा, प्रत्येक कलाकार समूह से प्रतियोगिता में सर्वोच्च रैंकिंग वाले कलाकार को लोक कला रत्न पुरस्कार 2022 से सम्मानित किया जाएगा। सभी विजेताओं को एक नकद पुरस्कार राशि, मान्यता प्रमाण-पत्र के साथ, फीचर्ड (featured) कलाकार के रूप में मुफ़्त पर्सनल ऑनलाइन गैलरी तथा भारत और विदेशों में कुछ प्रतिष्ठित गैलरीज़ में अपनी लोक कला को प्रदर्शित करने का मौका दिया जाएगा।
कलाकार समूह बनाने का आधार :-
●समूह A: बच्चों का समूह (आयु 10 और उससे कम)
●समूह B: बच्चों का समूह (आयु 11 से 15 तक)
●समूह C: शौकिया कलाकार
●समूह D: पेशेवर कलाकार
निर्णय की प्रक्रिया :-
इंडिपेंडेंट जजों के एक पैनल द्वारा कलाकृतियों का तकनीकी रूप से मूल्यांकन किया जाएगा। अंतिम रैंकिंग जज के स्कोर्स और पब्लिक वोटिंग के आधार पर आधारित होगी अर्थात तय की जायेगी।
अंतर्राष्ट्रीय भारतीय लोक कला प्रतियोगिता में लोक कला रत्न पुरस्कार 2022 के लिए नामांकन, 14 अप्रैल से 30 मई 2022 तक खुला रहेगा। विजेताओं की घोषणा दिनांक 14 अगस्त 2022 को किया जाएगा। प्रतियोगिता की समय-सीमा इस प्रकार है :-
●14 अप्रैल – 30 मई 2022 : कलाकृति प्रस्तुत करने हेतु नामांकन की तारीख।
●1 जून – 15 जून 2022 : प्रतियोगिता दिशानिर्देशों के अनुपालन की जांच करने हेतु कलाकृतियों की योग्यता
●16 जून – 30 जून 2022 : निर्णय प्रक्रिया (तकनीकी स्कोरिंग)
●1 जुलाई – 15 जुलाई : पब्लिक वोटिंग
●1 जुलाई – 15 जुलाई : कलाकारों के साथ जजों के ऑनलाइन साक्षात्कार (अंतिम चरण)
●16 जुलाई – 31 जुलाई 2022 : कलाकृतियों का प्रदर्शनीकरण (केवल चयनित फाइनलिस्ट के लिए)
●15 अगस्त 2022 : पुरस्कार वितरण समारोह
●दिसंबर 2022-2023 : प्रदर्शनी
लोक कला रत्न पुरस्कार 2022 प्रत्येक कलाकार समूह के एक कलाकार को दिया जाएगा। विजेताओं का चयन प्रतियोगिता के जजों और पब्लिक वोटिंग की प्रक्रिया दोनों के स्कोर्स को जोड़ने के बाद किया जाएगा।
1.लोक कला रत्न पुरस्कार 2022, ग्रुप ए (नकद पुरस्कार 10,000)
2.लोक कला रत्न पुरस्कार 2022, ग्रुप बी (नकद पुरस्कार 15,000)
3.लोक कला रत्न पुरस्कार 2022, ग्रुप सी (नकद पुरस्कार 25,000)
4.लोक कला रत्न पुरस्कार 2022, ग्रुप डी (नकद पुरस्कार 50,000)
इसके अतिरिक्त बीस (20) विजेताओं को नीचे लिखी श्रेणियों में नकद पुरस्कार दिए जायेंगे।
समूह ‘अ’
●भारतीय लोक कला, उत्तरी शैली (नकद पुरस्कार 5,000)
●भारतीय लोक कला, दक्षिणी शैली (नकद पुरस्कार 5,000)
●भारतीय लोक कला, केंद्रीय (मध्यमी)शैली (नकद पुरस्कार 5,000)
●भारतीय लोक कला, पूर्वी शैली (नकद पुरस्कार 5,000)
●भारतीय लोक कला, पश्चिमी शैली (नकद पुरस्कार 5,000)
ग्रुप ‘बी’
●भारतीय लोक कला,उत्तरी शैली (नकद पुरस्कार 7,500)
●भारतीय लोक कला, दक्षिणी शैली (नकद पुरस्कार 7,500)
●भारतीय लोक कला, केंद्रीय (मध्यमी) शैली (नकद पुरस्कार 7,500)
●भारतीय लोक कला, पूर्वी शैली (नकद पुरस्कार 7,500)
●भारतीय लोक कला, पश्चिमी शैली (नकद पुरस्कार 7,500
समूह ‘सी’
●भारतीय लोक कला, उत्तरी शैली (नकद पुरस्कार 12,500)
●भारतीय लोक कला, दक्षिणी शैली (नकद पुरस्कार 12,500)
●भारतीय लोक कला, केंद्रीय (मध्यमी) शैली (नकद पुरस्कार 12,500)
●भारतीय लोक कला, पूर्वी शैली (नकद पुरस्कार 12,500)
●भारतीय लोक कला, पश्चिमी शैली (नकद पुरस्कार 12,500)
ग्रुप ‘डी’
●भारतीय लोक कला, उत्तरी शैली (नकद पुरस्कार 15,000)
●भारतीय लोक कला, दक्षिणी शैली (नकद पुरस्कार 15,000)
●भारतीय लोक कला, केंद्रीय (मध्यमी) शैली (नकद पुरस्कार 15,000)
●भारतीय लोक कला, पूर्वी शैली (नकद पुरस्कार 15,000)
●भारतीय लोक कला, पश्चिमी शैली (नकद पुरस्कार 15,000)
नोट: ‘ग्रुप ए’ और ‘ग्रुप बी’ (बच्चों की श्रेणी) के लिए, हम दूसरे और तीसरे स्थान हेतु नकद पुरस्कार भी देंगे।
सभी प्रतिभागी कलाकारों को बहुत-बहुत शुभकामनायें।
सेंथिल वेल,
संस्थापक – अंतर्राष्ट्रीय भारतीय लोक कला गैलरी, (IIFAG) ऑस्ट्रेलिया
2. कलाकृति प्रस्तुतिकरण :
- प्रस्तुत प्रत्येक कलाकृति को पारंपरिक भारतीय लोक कला की अनूठी शैली, कार्यप्रणाली और विषय का पालन करना चाहिए।
- प्रत्येक श्रेणी में कम से कम 10 कलाकार होने चाहिए एक विजेता पुरस्कार प्राप्त करने हेतु।
- बच्चों के लिए सभी प्रवेशकर्ता और प्रवेशकर्ता के अभिभावक, यह सुनिश्चित करें कि कलाकृति प्रवेशकर्ता द्वारा ही बनाई गई है और कॉपीराइट या तीसरे पक्ष के किसी अन्य अधिकार का उल्लंघन नहीं करती है। प्रवेशकर्ता इन कॉपीराइट उल्लंघनों के उल्लंघन के परिणामस्वरूप किसी भी नुकसान के लिए आयोजकों (IIFAG) की क्षतिपूर्ति करता है।
- सभी प्रस्तुत कलाकृति को पूर्ण रूप से पूरी होनी चाहिए।
- भारतीय लोक कला श्रेणियों का अनुपालन नही करने वाली कलाकृतियों को अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा।
- कॉपी की गई कलाकृतियों को अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा। ख़ासकर शौकिया और पेशेवर कलाकारों के लिए। यदि विजेता की कलाकृति कॉपी के रूप में पाई जाती है, तो शीर्षक को हटा दिया जाएगा और कलाकार को नोटिस के 30 दिनों के भीतर विजेता ट्रॉफी और नकद पुरस्कार को पूरा IIFAG को वापस करना होगा।
- प्रामाणिकता को सत्यापित करने के लिए, सभी शॉर्टलिस्ट किए गए फाइनलिस्ट को कलाकृति बनाते वक्त का अपना वीडियो जमा करना होगा, अगर कलाकार वीडियो जमा करने में विफल रहता है, तो IIFAG कलाकृति को अयोग्य घोषित करने का अधिकार रखता है। सभी कलाकारों को वीडियो रिकॉर्ड करना आवश्यक है :-
- स्केचिंग/ड्राइंग चरण के दौरान कम-से-कम 2 मिनट का निरंतर वीडियो और,
- अंतिम रंग प्रक्रिया के दौरान एक और दो मिनट का वीडियो होना चाहिए।
- सभी कलाकृतियां हाल की ही होनी चाहिए और 1 जनवरी 2022 से पहले की नही बनाई गई हो।
- कलाकृति का आकार
- IIFAG बच्चों के लिए न्यूनतम A3 आकार के आधार की सिफारिश करता है (समूह A और B)
- शौकिया और पेशेवर कलाकारों (ग्रुप सी एंड डी)) के लिए न्यूनतम आकार A2 या A1
- सभी कलाकृतियों के पीछे, उन्हें हस्ताक्षरित, दिनांकित और स्पष्ट रूप से लेबल किया होना चाहिए :-
- कलाकार का नाम,
- कॉन्टैक्ट डिटेल,
- पेंटिंग का आकार सेंटीमीटर में
- वजन ग्राम में (पैकिंग सहित)
- भेजी गई कलाकृति का प्रवेशकर्ता ही स्वामी होना चाहिए और प्रतियोगिता की आवश्यकता को पूरा करने के लिए उन्हें “स्व-सत्यापित प्रमाणीकरण प्रमाण-पत्र” प्रस्तुत करना होगा। कॉपी यहाँ से डाउनलोड करें >>
- कलाकार अधिकतम पांच कलाकृतियां जमा कर सकता है, लेकिन अंतिम पुरस्कार के लिए सिर्फ एक का चयन किया जाएगा।
- एक बार जमा करने के बाद, कलाकृति में कोई बदलाव नहीं किया जा सकता है। प्रस्तुत करने के बाद कोई परिवर्तन किये जाने पर IIFAG कलाकृति को अयोग्य घोषित करने का अधिकार सुरक्षित रखता है।
- केवल फाइनलिस्ट/विजेता कलाकृतियों को भौतिक रूप से जमा करना आवश्यक होगा। ऐसी सभी कलाकृतियां 15 जुलाई 2022 से पहले सत्यापन के लिए ऑस्ट्रेलिया या भारत कार्यालय के पते पर IIFAG पर पहुंच जानी चाहिए। ‘पता’ बाद की तारीख में ई-मेल द्वारा सूचित किया जाएगा। IIFAG के पास कलाकृतियों को अयोग्य घोषित करने का अधिकार सुरक्षित है, यदि वे दी गई तारीख तक प्राप्त नहीं होती हैं।
- एक फाइनलिस्ट और विजेता के रूप में, IIFAG को एक शुल्क-मुक्त, गैर-अनन्य लाइसेंस (non-exclusive) प्रदान करते हैं जो कि कलाकृति को प्रकाशित करने या उसे जनता तक पहुंचाने के लिए आवश्यक है।
- सभी विजेता कलाकृतियां 1 नवंबर, 2022 और 31 अगस्त, 2023 के बीच प्रदर्शनियों में बिक्री के लिए पेश की जा सकती हैं और उन्हें मूल्य-सूची में दर्ज किया जाएगा। बिक्री से होने वाली आय में से टैक्स, फ्रेमिंग का खर्च, बैंक शुल्क (3%), और गैलरी कमीशन (30%) का पैसा काटकर कलाकार को शेष राशि वापस कर दी जायेगी।
- प्रवेशकर्ता प्रत्येक कलाकृति के लिए मूल्य-सूची में दिए गए मूल्यों में से इच्छानुसार मूल्य चुन सकते हैं।
- गैलरी में प्रदर्शित लेकिन बेची नहीं जाने वाली सभी कलाकृतियां 15 सितंबर, 2023 को या उससे पहले हमारे चेन्नई कार्यालय से फ्रेमिंग की लागत के साथ, अपनी लागत पर एकत्र करना प्रवेशकर्ता की अपनी खुद की जिम्मेदारी होगी।
- कलाकार की ओर से प्रवेशकर्ता के माता-पिता/अभिभावक IndianFolkArt.Org को स्वीकार करते है :-
●नियम और शर्तें (terms and condition)
●उपयोग की शर्तें और अस्वीकरण(disclaimer)
●और गोपनीयता नीतियां (privacy policy)
3. शॉर्टलिस्टिंग की प्रक्रिया :-
- जजों का एक पैनल तकनीकी स्कोरिंग के आधार पर अंतिम प्रदर्शनी के लिए प्रतिभागियों को शॉर्टलिस्ट करेगा। इसके बाद IndianFolkArt.Org ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से पब्लिक वोटिंग किया जायेगी।
- न्यायाधीशों के चयन मानदंड में शामिल होगा :-
- कला में सौंदर्यता
- मौलिकता और विशेषता
- कौशल और तकनीक (पारंपरिक तरीकों का यथासंभव उपयोग करें)
- निहित अर्थ राइट-अप में समझाया गया है
- कलाकृति के थीम का पूरा अर्थ
- समग्र स्कोरिंग के आधार पर, फाइनलिस्ट और विजेताओं का चयन जजों के पैनल द्वारा किया जाएगा।
- सभी प्रवेशकों को ई-मेल द्वारा और IndianFolkArt.Org ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से शॉर्टलिस्टिंग परिणाम के बारे में सूचित किया जाएगा। न्यायाधीशों का निर्णय अंतिम होगा और IIFAG के साथ कोई पत्राचार नहीं किया जाएगा।
- न्यायाधीशों के पैनल को किसी भी कलाकृति को बाहर करने का अधिकार है, जिसे वह मान हानिकारक या अपराध का कारण मानता है या शॉर्टलिस्टिंग मानदंडों को पूरा नहीं करता है।
- शॉर्टलिस्ट किए गए विजेताओं को IIFAG के निमंत्रण पर प्रदर्शनी में पुरस्कार और कलाकृति के प्रचार के लिए खुद को (या एक प्रतिनिधि को नामित करना) और कलाकृति उपलब्ध करानी चाहिए।
4. शॉर्टलिस्टेड और फाइनलिस्ट की प्रदर्शनी :-
- प्रदर्शनी के लिए चुनी गई कलाकृतियां बिना किसी गंदगी या संदूषण के प्रोफेशनली प्रस्तुत की जानी चाहिए।
- एक्विजिटिव प्राइज पाने वाले आर्टवर्क का पूरा स्वामित्व (कॉपीराइट को छोड़कर) IIFAG को बिना किसी कीमत के ट्रांसफर करने के लिए सहमत होंगे, जिसे IndianFolkArt.Org पर रखा और प्रस्तुत किया जाएगा। पुरस्कार प्राप्तकर्ता कलाकृति में सभी कॉपीराइट बनाए रखना जारी रखेगा।
- प्रदर्शनी में कलाकृति की नियुक्ति और प्रस्तुति IIFAG का निर्णय होगा।
- IIFAG प्रवेश फॉर्म पर नामांकित कलाकृति मूल्य के लिए सहमत लोन पीरियड के दौरान कलाकृति का बीमा करने के लिए जिम्मेदार होगा।
- कलाकारों की मूल्य-सूची या उससे अधिक मूल्य के आधार पर IndianFolkArt.Org ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से बिक्री के लिए कलाकृति की पेशकश की जा सकती है।
कौन आवेदन कर सकता है?
- लोक कला रत्न पुरस्कार 2022 दुनिया के सभी कलाकारों, बच्चों, युवा वयस्कों, शौकिया और पेशेवर कलाकारों के लिए खुला है।
- “ग्रुप ए” और “ग्रुप बी” के लिए कलाकार के उम्र की गणना 1 जनवरी 2022 से की जाएगी।
- पेशेवर कलाकार को अपने व्यवसाय या सरकार द्वारा जारी कारीगर ID-कार्ड का प्रमाण देना होगा।
- प्रवेश की शर्तों का पालन करना होगा।
- लोक कला रत्न पुरस्कार 2022 दुनिया के सभी कलाकारों, बच्चों, युवा वयस्कों, शौकिया और पेशेवर कलाकारों के लिए खुला है।
- “ग्रुप ए” और “ग्रुप बी” के लिए कलाकार के उम्र की गणना 1 अगस्त 2021 से की जाएगी।
- पेशेवर कलाकार को अपने व्यवसाय या सरकार द्वारा जारी कारीगर ID-कार्ड का प्रमाण देना होगा।
- प्रवेश की शर्तों का पालन करना होगा।
प्रमुख तिथियां :-
- 14 अप्रैल – 30 मई 2022: कलाकृति प्रस्तुत करने के लिए नामांकन खुला
- 1 जून – 15 जून 2022: प्रतियोगिता दिशानिर्देशों के अनुपालन की जांच करने के लिए कलाकृतियों की योग्यता
- 16 जून – 30 जून 2022: निर्णय प्रक्रिया (तकनीकी स्कोरिंग)
- 1 जुलाई – 15 जुलाई: पब्लिक वोटिंग
- 1 जुलाई – 15 जुलाई: कलाकारों के साथ न्यायाधीशों का ऑनलाइन साक्षात्कार (अंतिम सत्यापन)
- 16 जुलाई – 31 जुलाई 2022: कलाकृतियों का भौतिक प्रस्तुतिकरण (केवल चयनित फाइनलिस्ट के लिए)
- 15 अगस्त 2022: पुरस्कार वितरण समारोह
- दिसंबर 2022 – 2023: प्रदर्शनी
प्रवेश शुल्क :-
- 1. नॉन-रिफंडेबल, $A10 (INR 600.00) प्रति कलाकृति, क्रेडिट/डेबिट कार्ड का उपयोग करके भारत के बाहर। भारतीय कलाकार paytm या stripe के माध्यम से ऑनलाइन दे सकते है।
- अतिरिक्त आर्टवर्क के लिए $A5 (INR 275.00) प्रति आर्टवर्क, अधिकतम 5 आर्टवर्क की अनुमति के साथ।
योग्यता प्रक्रिया :-
- सभी योग्य सबमिशन का मूल्यांकन न्यायाधीशों के एक पैनल और एक ऑनलाइन पब्लिक वोटिंग प्रणाली के माध्यम से दोनों द्वारा किया जाएगा।
- पुरस्कार प्रस्तुति समारोह के दौरान फाइनलिस्ट और पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं की घोषणा की जाएगी।
प्रस्तुत करने के लिए भारतीय लोक कला श्रेणियों का सुझाव दिया - और पढ़ें>>
दक्षिणी शैलियाँ :-
1. चेरियाल स्क्रॉल पेंटिंग
2. कलमकारी पेंटिंग
3. केरल भित्ति पेंटिंग
4. तंजौर पेंटिंग
5. अन्य पारंपरिक भारतीय लोक कलाएँ (कृपया निर्दिष्ट करें)
पश्चिमी शैलियाँ :-
1. वार्ली पेंटिंग
2. कच्छ लिप्पन कला
3. माता नी पचेदी
4. चित्रकथी पेंटिंग
5. अन्य पारंपरिक भारतीय लोक कलाएँ (कृपया निर्दिष्ट करें)
उत्तरी शैलियाँ :-
1. पिचवाई पेंटिंग
2. कावड़ पेंटिंग
3. लघु चित्रकारी
4. मंदाना कला
5. अन्य पारंपरिक भारतीय लोक कलाएँ (कृपया निर्दिष्ट करें)
केंद्रीय शैलियाँ :-
1. गोंड पेंटिंग
2. भील पेंटिंग
3. पिथौरा पेंटिंग
4. सांझी आर्ट
5. अन्य पारंपरिक भारतीय लोक कलाएँ (कृपया निर्दिष्ट करें)
पूर्वी शैलियाँ :-
1. मधुबनी चित्रकला
2. पट्टाचित्र लिप्पन कला
3. सौरा कला
4. कालीघाट पेंटिंग
5. अन्य पारंपरिक भारतीय लोक कलाएँ (कृपया निर्दिष्ट करें)